झारखंड : पुलिस ने कहा कि ओरमांझी (Ormanjhi) में मिले महिला के शव की पहचान करने की कोशिश की जा रही है, लेकिन विरोध प्रदर्शन की अनुमति के बिना ही लोगों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) के काफिले के सामने आकर प्रदर्शन शुरू कर दिया.
रांची के ओरमांझी इलाके (Ormanjhi) से एक सिर कटी युवती का शव मिलने के एक दिन बाद, घटना के विरोध में प्रदर्शन कर रहे लोगों ने सोमवार को जमकर बवाल मचाया और मुख्यमंत्री के काफिले तक को रोकने की कोशिश की. आक्रोशित लोगों की भीड़ ने शाम को प्रदर्शन करते हुए किशोरगंज चौक के पास मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) के काफिले को रोक दिया. इस दौरान लोगों ने पथराव भी किया. हालांकि प्रशासन ने रूट बदलकर मुख्यमंत्री के काफिले को आगे निकाला.
मालूम हो कि रविवार को ओरमांझी इलाके में एक सिर कटी युवती का शव बरामद किया गया है. युवती का शव नग्न अवस्था में बरामद हुआ है और अभी तक उसकी पहचान नहीं हो पाई है. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. पुलिस ने युवती के साथ रेप किए जाने की भी आशंका जताई है. घटना को लेकर प्रदर्शन कर रहे लोगों ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े करते हुए तुरंत कार्रवाई की मांग की है.
पुलिस ने लोगों के प्रदर्शन पर उठाए सवाल
मौके पर पहुंची पुलिस ने भीड़ को शांत करने की कोशिश की. रांची (Ranchi) के SSP सुरेंद्र झा ने कहा, “महिला का शव जिस हालत में बरामद किया गया है, उससे अभी तक शव की पहचान नहीं हो सकी है. हम उसकी पहचान करने की कोशिश कर रहे हैं और जांच भी जारी है. लेकिन विरोध प्रदर्शन की अनुमति के बिना ही लोगों की भीड़ ने मुख्यमंत्री के काफिले के सामने आकर प्रदर्शन शुरू कर दिया.” उन्होंने कहा कि लोगों ने जिस तरह मुख्यमंत्री के काफिले पर पथराव किया, जिससे ट्रैफिक पुलिस कर्मी भी घायल हो गया, उसे देखकर लगता है कि यह घटना एक सुनियोजित साजिश थी.
‘पोस्टमार्टम के रिजल्ट का इंतजार’
पुलिस ने कहा कि इस मामले को लेकर पोस्टमार्टम के नतीजों का इंतजार किया जा रहा है. एक अधिकारी ने कहा कि ‘अभी हमारी चिंता महिला के सिर को खोजने की है और हम आसपास के इलाकों को स्कैन करने की कोशिश कर रहे हैं.’ युवती की पहचान के लिए पुलिस डॉग स्क्वॉड को भी घटनास्थल पर लेकर पहुंची लेकिन कोई मदद नहीं मिली. पुलिस ने अनुमान लगाया है कि अपराधियों ने युवती को किसी और जगह पर मारकर शव को यहां फेंक दिया है.